Wednesday, July 13, 2016

हे रे कन्हैया किसको कहेगा तू मैया

हे रे कन्हैया किसको कहेगा तू मैया
एक ने तुझको जन्म दिया रे एक ने तुझको पाला
कन्हैया किसको कहेगा ...

मानी मानताएँ और देवी\-देव पूजे पीर सही देवकी ने
दूध में नहलाने का गोद में खिलाने का
सुख पाया यशोदा जी ने
एक ने तुझको जन्म दिया एक ने जीवन स.म्भाला
कन्हैया किसको कहेगा ...

मरने के डर से भेज दिया धर से देवकी ने रे गोकुल में
बिना दिए जन्म यशोदा बनी माता तुझको छुपाया आँचल में
जन्म दिया हो चाहे पाला हो किसी ने भेद ये ममता न जाने
कोई भी हो जिसने दिया हो प्यार माँ का मन तो माँ उसी को माने
एक ने तुझको दी हैं ये आँखें एक ने दिया उजाला
कन्हैया किसको कहेगा ...


गोकुल में देखो, वृंदावन में देखो

गोकुल में देखो, वृंदावन में देखो, मुरली बाजे रे
श्याम संग राधा नाचे रे

चन्द्र किरण सा श्याम सलोना, दोई आँखे कजरारी
ठुमक ठुमक नाचे, गोपियन के संग, जग का पालन हारी
सार बिहारी संग राधा सुकुमारी, ब्रिज में विराजे रे,
श्याम संग राधा नाचे रे...

छम छम नाचे राधे रानी सुन कर मीठी मुरलिया
श्याम छवि पर सब बलिहारी ग्वाल बाल और गईया 
सरल सरल चाले रे मधुरी पुरवइया रे, मेघा गरजे रे, 
श्याम संग राधा नाचे रे...

यमुना तट पर वंसी वट पर कहना रास रचाए
गोपी बन कर शंकर आए, गोपेशवर कहलाए
डम डम डमरू बाजे, कहना की मुरली पै, सब जग नाचे
श्याम संग रहा नाचे रे...

रास रचो है, रास रचो है, यमुना के तट हरी रास रच्यो है
राधा नाचे कृष्णा नाचे नाचे गोपी जन
मन मेरो बन गयो ऋ सखी पावन वृंदावन
रास रचो है, रास रचो है, यमुना के तट हरी रास रच्यो है

कैसा चक्कर चलाया रे श्याम तेरी ऊँगली ने

संगीत.....................१२३ कैसा चक्कर चलाया रे श्याम तेरी ऊँगली ने कैसा चक्कर चलाया रे श्याम तेरी ऊँगली ने कैसा चक्कर चलाया रे श्याम...