Tuesday, August 30, 2016

भागवत भगवान की है आरती

भागवत भगवान की है आरती
पापियों को पाप से है तारती 

ये अमर ग्रन्थ ये मुख्य पन्थ
ये पंचम वेद निराला
नव ज्योति जगानेवाला
हरि गान यही वरदान यही
जग की मंगल आरती
पापियों को पाप से है प्रार्थी   ...

ये शान्तिगीत पावन पुनीत सा
कोप मिटानेवाला
हरि दरस दिखानेवाला
है सुख करनी, है दुःख हरिनी
मधुसूदन की आरती
पापियों को पाप से है प्रार्थी   ...

ये मधुर बोल, जग फन्द खोल
सन्मार्ग दिखानेवाला
बिगड़ी को बनानेवाला
श्री राम यही, घनश्याम यही
प्रभु की महिमा की आरती

पापियों को पाप से है प्रार्थी   ...

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