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हरी हर दोनों एक ही हैं न यें कम है न वो कम है

जो करते रहोगे भजन धीरे धीरे

करुणामयी कृपा कीजिये श्री राधे

हेरी सखी मंगल गावो री , आज मेरे पिया घर आयेंगे

तेरे रंग में रंगा हर ज़माना मिले मैं जहाँ भी रहूँ बरसाना मिले