Friday, January 19, 2024

मनमोहन मूरत तेरी प्रभु मिल जाओगे आप कहीं ना कहीं

मनमोहन मूरत तेरी प्रभु
मिल जाओगे आप कहीं ना कहीं
मिल जाओगे आप कहीं ना कहीं
मनमोहन मूरत तेरी प्रभु
मनमोहन मूरत तेरी प्रभु
मिल जाओगे आप कहीं ना कहीं
मिल जाओगे आप कहीं ना कहीं
यदि चाह हमारे दिल में है
यदि चाह हमारे दिल में है
तुझे ढूंढ ही लेंगे कहीं ना कहीं
तुझे ढूंढ ही लेंगे कहीं ना कहीं
मनमोहन मूरत तेरी प्रभु
मनमोहन मूरत तेरी प्रभु
 
काशी मथुरा ब्रिन्दावन में
या अवधपुरी के गलियन में
अ..............................
संगीत...................१२३
काशी मथुरा ब्रिन्दावन में
या अवधपुरी के गलियन में
या अवधपुरी के गलियन में
गंगा यमुना सरयू तट पर
गंगा यमुना सरयू तट पर
मिल जाओगे आप कहीं ना कहीं
मिल जाओगे आप कहीं ना कहीं
मनमोहन मूरत तेरी प्रभु
मनमोहन मूरत तेरी प्रभु
 
सब भक्त तुम्ही को घेरेंगे
तेरे नाम की माला फेरेंगे
अ..............................
संगीत...................१२३
सब भक्त तुम्ही को घेरेंगे
तेरे नाम की माला फेरेंगे
तेरे नाम की माला फेरेंगे
जब आप ही खुद शरमाओगे
जब आप ही खुद शरमाओगे
हमे दर्शन दोगे कहीं ना कहीं
हमे दर्शन दोगे कहीं ना कहीं
मनमोहन मूरत तेरी प्रभु
मनमोहन मूरत तेरी प्रभु
मिल जाओगे आप कहीं ना कहीं
मिल जाओगे आप कहीं ना कहीं
यदि चाह हमारे दिल में हो
यदि चाह हमारे दिल में हो
तुझे ढूंढ ही लेंगे कहीं ना कहीं
तुझे ढूंढ ही लेंगे कहीं ना कहीं
मनमोहन मूरत तेरी प्रभु
मनमोहन मूरत तेरी प्रभु
 
 

SONG LINK:

https://www.youtube.com/watch?v=Ec5YFdNGwyE

Thursday, January 18, 2024

कान्हा कान्हा पुकारे राधा मेरे कान्हा में यहाँ ऐसे मे है तू कहाँ

गोपी विरह गीत


कृष्ण कृष्णा पुकारे राधा
कृष्ण कृष्णा पुकारे राधा
कान्हा कान्हा पुकारे राधा
मेरे कान्हा में यहाँ
ऐसे मे है तू कहाँ
कृष्ण कृष्णा पुकारे राधा
कान्हा कान्हा पुकारे राधा
में भटकता यहाँ
ऐसे मे है तू कहाँ
कृष्ण कृष्णा पुकारे राधा
 
तू नहीं तो ये रुत ये हवा क्या करूं
क्या करूँ
तू नहीं तो ये रुत ये हवा क्या करूं
दूर तुझसे में रहके भला क्या करूँ
क्या करूँ
सूना सूना है जहाँ अब जाऊं में कहाँ
बस इतना मुझे समझा जा
में भटकता यहाँ
ऐसे मे है तू कहाँ
कृष्ण कृष्णा पुकारे राधा
कान्हा कान्हा पुकारे राधा
में भटकता यहाँ
ऐसे मे है तू कहाँ
कृष्ण कृष्णा पुकारे राधा
 
आँधियाँ वो चली आशियाँ लूट गया  
लूट गया
आँधियाँ वो चली आशियाँ लूट गया  
प्यार का मुस्कुराता जहाँ मिट गया
मिट गया
इक छोटी सी झलक मेरे मिटने तलक
वो चाँद
इक छोटी सी झलक मेरे मिटने तलक
वो चाँद मुझे दिखलाजा
में भटकता यहाँ
ऐसे मे है तू कहाँ
कृष्ण कृष्णा पुकारे राधा
कान्हा कान्हा पुकारे राधा
में भटकता यहाँ
ऐसे मे है तू कहाँ
कृष्ण कृष्णा पुकारे राधा
 
मुंह छुपाके मेरी जिन्दगी रो रही
रो रही
मुंह छुपाके मेरी जिन्दगी रो रही
दिन ढला भी नही शाम क्यूँ हो रही
हो रही
तेरी दुनिया से हम लेके चले तेरा गम  
पल भल के लिए तू आजा
मेरे कान्हा में यहाँ
ऐसे मे है तू कहाँ
कृष्ण कृष्णा पुकारे राधा
कान्हा कान्हा पुकारे राधा
में भटकता यहाँ
ऐसे मे है तू कहाँ
कृष्ण कृष्णा पुकारे राधा

 

TARJ

MERA DIL YE PUKARE AAJA

KARAOKE LINK:

https://youtu.be/-2vlvfwMO9I


कैसा चक्कर चलाया रे श्याम तेरी ऊँगली ने

संगीत.....................१२३ कैसा चक्कर चलाया रे श्याम तेरी ऊँगली ने कैसा चक्कर चलाया रे श्याम तेरी ऊँगली ने कैसा चक्कर चलाया रे श्याम...